Tuesday, February 13, 2018

Dr Sharad Singh Honored in Jhansi (UP) 07.02.2018

Dr Sharad Singh honored in Jhansi
 बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी के गांधी सभागार में आयोजित इस समारोह में मुझे (डॉ शरद सिंह को) विशिष्ट अतिथि के रूप में शॉल, श्रीफल एवं स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अवसर था बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् महानगर झांसी (उत्तर प्रदेश) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘‘डॉ माधुरी शुक्ला स्मृति कथा साहित्य समारोह एवं संगोष्ठी’’ का। समारोह के मुख्यअतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इन्द्रेश जी थे तथा अध्यक्षता प्रो. सुरेन्द्र दुबे कुलपति बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी ने की।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में ''भारतीय संस्कृति में नारी की भूमिका'' विषय पर बोलते हुए मैंने कहा कि हर युग में स्त्रियों ने भारतीय संस्कृति की रक्षा की है जिसका उदाहरण सीता, अनुसुइया, उभय भारती, लक्ष्मीबाई जैसी स्त्रियां हैं तथा वर्तमान ग्लोबल और इंटरनेट के युग में अपराध में लिप्त होते जा रहे युवाओं को महिलाएं सही राह दिखा सकती हैं।इस अवसर पर प्रो. श्रीराम परिहार वरिष्ठ साहित्यकार, रामतीर्थ सिंघल महापौर झांसी नगरनिगम, प्रवीण गुगनानी प्रदेश महामंत्री अखिल भारतीय साहित्य परिषद् म.प्र. भोपाल तथा डॉ मुन्ना तिवारी विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। समारोह के आयोजक एवं संयोजक थे वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व शिक्षामंत्री उत्तर प्रदेश शासन डॉ रवीन्द्र शुक्ला।

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

Dr Sharad Singh honored in Jhansi

No comments:

Post a Comment