Wednesday, March 15, 2017

हिन्दी साहित्य में उपेक्षित ही रहा रिकार्डतोड़ क्राइम पल्प फिक्शन - शरद सिंह

‘हंस’ ने मार्च 2017 के अंक को ‘ रहस्य-अपराध-वार्ता ’ विशेषांक के रूप में प्रकाशित किया है। इस विशेषांक के अतिथि संपादक हैं गौतम सान्याल जो गंभीर समीक्षक एवं वरिष्ठ लेखक हैं। 

इस अंक में मेरा भी एक लेख है- ‘‘ हिन्दी साहित्य में उपेक्षित ही रहा रिकार्डतोड़ क्राइम पल्प फिक्शन ’’। मेरा दावा है कि यह लेख आपकी बहुत-सी यादों को ताज़ा कर देगा।
इस पठनीय अंक को जरूर पढ़िए!

Hans, March 2017- Dr (Miss) Sharad Singh article

Hans, March 2017- Dr (Miss) Sharad Singh article

Hans, March 2017- Dr (Miss) Sharad Singh article

Hans, March 2017- Dr (Miss) Sharad Singh article

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